Thursday, November 13, 2008

राजस्थान यूँ तो सूरों की क्रिदास्थाली रहा है ,परन्तु संस्कृति और साहित्य में भी इसका कोई सानी नहीं । वीर -प्रसूता धरा पर रचना धर्मी व्यक्तियों ने अपनी लेखनी से मानव मन को आंदोलित और आनंदित भी प्रबलतम रूप से किया है । यहाँ की भाषा -वाणी में